संपादक – रानू शर्मा…!
देहरादून में आयोजित जैन समाज सम्मेलन में उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भाग लेकर जैन धर्मगुरुओं से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर उन्होंने आचार्य सौरभ सागर मुनि महाराज के संयम, त्याग और अहिंसा के मूल्यों की सराहना करते हुए सौरभांचल तीर्थ और जीवन आशा अस्पताल को करुणा और सेवा के प्रतीक बताया।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि जैन धर्म ने पूरी दुनिया को अहिंसा और शांति का मार्ग दिखाया है। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है जिसने समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) लागू की है। साथ ही, नकल विरोधी कानून के चलते 25,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी मिली है।
राज्य की जनसंख्या संरचना को सुरक्षित रखने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने धर्मांतरण और दंगा विरोधी कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि अब तक 9,000 एकड़ से अधिक सरकारी भूमि को अवैध कब्जों से मुक्त कराया गया है।
मुख्यमंत्री ने जैन कल्याण बोर्ड के गठन को लेकर समाज से प्राप्त सुझावों पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने विश्वास जताया कि जैन समाज भविष्य में भी उत्तराखण्ड के विकास में अहम भूमिका निभाता रहेगा।
