ग्वालियर में ‘अभ्युदय मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट – निवेश से रोजगार’ का भव्य शुभारंभ
भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेई की 101वीं जयंती पर विशेष आयोजन, विकास और निवेश को नई दिशा
ग्वालियर।
भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेई की 101वीं जयंती के अवसर पर ग्वालियर में “अभ्युदय मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट – निवेश से रोजगार” का भव्य और ऐतिहासिक आयोजन किया गया। इस विशेष अवसर पर केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की गरिमामयी उपस्थिति में समिट का विधिवत शुभारंभ हुआ।
यह समिट स्व. अटल बिहारी वाजपेई के सुशासन, विकास और राष्ट्रनिर्माण के विचारों को समर्पित रही, जिसमें निवेश, औद्योगिक विस्तार और रोजगार सृजन को केंद्र में रखा गया।
निवेश से रोजगार की दिशा में बड़ा कदम
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि मध्यप्रदेश आज निवेश के लिए देश के सबसे भरोसेमंद राज्यों में शामिल हो चुका है। मजबूत कानून व्यवस्था, बेहतर बुनियादी ढांचा और पारदर्शी नीतियों के कारण निवेशकों का विश्वास तेजी से बढ़ा है। उन्होंने कहा कि निवेश से रोजगार का यह मॉडल प्रदेश के युवाओं के लिए नए अवसरों के द्वार खोलेगा और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को मजबूती देगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का विजन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि स्व. अटल बिहारी वाजपेई के विचार मध्यप्रदेश सरकार के लिए प्रेरणा हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार उद्योग, स्टार्टअप, एमएसएमई, पर्यटन और कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देकर स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन को प्राथमिकता दे रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ग्रोथ समिट केवल निवेश आकर्षित करने का मंच नहीं, बल्कि युवाओं को सशक्त बनाने और प्रदेश को आर्थिक रूप से मजबूत करने की दिशा में एक ठोस पहल है।
ग्वालियर को विकास का नया केंद्र बनाने की पहल
समिट के माध्यम से ग्वालियर-चंबल अंचल को औद्योगिक और आर्थिक विकास के नए केंद्र के रूप में स्थापित करने का संदेश दिया गया। इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों के निवेशकों, उद्योगपतियों और नीति निर्माताओं ने भाग लिया और प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर मंथन किया।
अटल जी को सच्ची श्रद्धांजलि
भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेई की जयंती पर आयोजित यह समिट उनके विकास, सुशासन और समावेशी प्रगति के विचारों को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।
कार्यक्रम ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि मध्यप्रदेश अब निवेश का भरोसेमंद गंतव्य और रोजगार का मजबूत केंद्र बनने की ओर तेज़ी से अग्रसर है।










