रानू शर्मा – संपादक….!
मध्य प्रदेश अजब है और यहां की पुलिस गजब है. एक दिन पहले ही शहडोल जिले से 4 लीटर पेंट लगाने के लिए सरकारी स्कूल में 168 मजदूर और 65 मिस्त्री द्वारा काम कराने का घोटाला सामने आया था. इसको लेकर पूरे देश में चर्चा हो रही है. इस बीच MP पुलिस विभाग में चौंकाने वाले घोटाले का खुलासा हुआ है. MP पुलिस ने एक आरक्षक को 12 साल तक बिना काम के ही हर महीने सैलरी दे दी और इस तरह उसके अकाउंट में 28 लाख से ज्यादा रुपए जमा हो गए…!
अधिकारियों की बड़ी लापरवाही……!
मामला साल 2011 का है. तब एक आरक्षक को भर्ती के बाद प्रशिक्षण के लिए भोपाल पुलिस लाइन से सागर भेज दिया गया था. तब आरक्षक सागर न जाकर अपने घर विदिशा चला गया था. इस दौरान पुलिस विभाग की ओर से बड़ी लापरवाही की गई. शिक्षण केंद्र अधिकारियों ने जो आरक्षक वहां ट्रेनिंग लेने के लिए नहीं पहुंचे थे उनके बारे में भोपाल लाइन को सूचना ही नहीं दी…!
12 साल तक बिना काम के सैलरी…….!
वहीं, सागर में 6 महीने की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद आरक्ष सीधे भोपाल लाइन पहुंच गया. इस दौरान फिर अधिकारियों ने लापरवाही कर दी. बिना जांच के ही पुलिस लाइन में उसकी नियुक्ति कागजों पर हो गई. इस तरह बिना नौकरी किए 12 साल तक हर महीने उसकी सैलरी अकाउंट में क्रेडिट होती गई और उसके खाते में 28 लाख से ज्यादा रुपए जमा हो गए…!
