“मध्यप्रदेश की 8 करोड़ जनता की आकांक्षाओं का प्रतीक है यह सदन” – मुख्यमंत्री का वक्तव्य
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के सत्र के दौरान आज मुख्यमंत्री ने सदन के माध्यम से प्रदेशवासियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि यह सदन प्रदेश की 8 करोड़ जनता की उम्मीदों, विश्वास और भविष्य की आकांक्षाओं का प्रत्यक्ष प्रतीक है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार विकास के मार्ग पर तेजी से आगे बढ़ रही है और जनता की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि वे प्रदेश की जनता को विश्वास दिलाना चाहते हैं कि विकास का यह सफर तभी थमेगा जब ‘विकसित मध्यप्रदेश’ का लक्ष्य पूरी तरह साकार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत” के संकल्प को मूर्त रूप देने के लिए मध्यप्रदेश सरकार निरंतर प्रयासरत है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार का लक्ष्य केवल योजनाओं की घोषणा तक सीमित नहीं, बल्कि उन्हें जमीनी स्तर तक प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करना है, ताकि विकास का लाभ अंतिम छोर तक बैठे व्यक्ति तक पहुंचे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आने वाले वर्षों में मध्यप्रदेश को हर क्षेत्र—कृषि, उद्योग, शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचा और रोजगार—में नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने का रोडमैप तैयार है।
मुख्यमंत्री के इस संबोधन को प्रदेश में विकास और सुशासन को लेकर सरकार के दृढ़ संकल्प के रूप में देखा जा रहा है।










