अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का उद्बोधन
रवींद्र भवन, भोपाल में दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ

भोपाल। रवींद्र भवन में आज अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर मंच पर आध्यात्मिक वातावरण के बीच मुख्यमंत्री ने भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धा व्यक्त की।

कार्यक्रम में उपस्थित विद्वानों, संतों, विद्यार्थियों और आम नागरिकों की उपस्थिति में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गीता के वैश्विक महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भगवद्गीता संपूर्ण मानवता के लिए जीवन-दर्शन है, जो कर्तव्य, धैर्य, और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मध्यप्रदेश में आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों को बढ़ावा देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। गीता महोत्सव जैसे आयोजन समाज में नैतिक मूल्यों और सकारात्मक ऊर्जा के प्रसार का माध्यम बनते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, गीता पाठ, विद्यार्थियों की प्रतियोगिताएँ और आध्यात्मिक सत्र आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें देश-विदेश से आए प्रतिभागी अपनी कला और ज्ञान का प्रदर्शन करेंगे।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु, कलाकार, और युवा उपस्थित रहे। महोत्सव के आयोजन को सफल बनाने में प्रशासन और समाजसेवी संस्थाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।










